नई टिहरी । टिहरी जिले के जौनपुर और चंबा ब्लॉक क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। पिछले पांच साल से निर्माणाधीन बनाली पंपिंग योजना का कार्य अब पूरा हो गया है। भले ही कार्यदायी संस्था पेयजल निगम चंबा ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी है, लेकिन कुछ गांवों में अब भी पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि लाइन में टेस्टिंग का कार्य चल रहा है।
जौनपुर और चंबा ब्लॉक क्षेत्र के 57 तोकों में पेयजल आपूर्ति करने के लिए वर्ष 2019-20 में बनाली पंपिंग योजना की मंजूरी मिली थी। लगभग 11 करोड़ की योजना से चंबा ब्लॉक के बागी, मठियाणगांव, पलास, नागणी, भाटूसैंण, बनाली, हटवालगांव, लामकंडे, मरोड़ा सहित 57 तोकों में निवासरत लोगों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना था।
गर्मियों में लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। क्योंकि इन क्षेत्रों में स्रोतों और हैंडपंपों का भी अभाव बना है। ग्रामीण पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए वर्षों से सौंग नदी से बनाली के पंपिंग योजना के निर्माण की मांग कर रहे थे। पांच साल बाद आखिरकार पेयजल निगम चंबा ने बनाली पंपिंग योजना का कार्य पूरा कर लिया है। गांवों में पानी की आपूर्ति भी शुरू कर दी है, लेकिन चंबा के मठियाणगांव और धनोल्टी के लामकंडे गांव में अब भी पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे दोनों गांव में निवासरत लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ईई, जल निगम चंबा केएन सेमवाल का कहना है कि बनाली पंपिंग योजना बन चुकी है। मठियाणगांव में कुछ समय पहले लाइन बिछाने का कार्य पूरा है। वहां अभी पानी की टेस्टिंग का कार्य चल रहा है। लामकंडे गांव की समस्या संज्ञान में नहीं है। जल्द ही सभी गांवों में टेस्टिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। गर्मियों में इस बार से बनाली पंपिंग योजना से जुड़े गांवों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति होगी।