देहरादून : देहरादून पुलिस ने एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश करते हुए “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत बड़ी कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन में पुलिस ने धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत एक और मामला दर्ज किया है, जिसमें पीड़ित युवतियों के ब्रेनवाश और अवैध धर्मांतरण का खुलासा हुआ है। इस गिरोह के तार पाकिस्तान और दुबई से भी जुड़े होने का पता चला है।
रानीपोखरी निवासी एक 21 वर्षीय युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू की। जांच में पता चला कि कुछ मुस्लिम लड़के और लड़कियां, जिनमें अब्दुर रहमान (सहसपुर), अबू तालिब (मुजफ्फरनगर), अयान (दिल्ली), अमन (दिल्ली) और श्वेता (गोवा) शामिल हैं, पैसे और अन्य लालच देकर युवती को इस्लाम में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहे थे।
पुलिस को रानीपोखरी की पीड़िता से पूछताछ के दौरान बरेली निवासी एक अन्य पीड़िता की भी जानकारी मिली, जिससे इस गिरोह के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का खुलासा हुआ। पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह परिवार से अलग-थलग पड़ी युवतियों को निशाना बनाता था, उनसे सहानुभूति दिखाकर विश्वास जीतता था और फिर उन्हें इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित कर उनका ब्रेनवाश करता था। इस काम के लिए मुस्लिम धर्म की उच्च शिक्षा प्राप्त युवतियों का इस्तेमाल किया जाता था।
गिरोह इन युवतियों को घर से भागने के लिए उकसाकर दिल्ली ले जाता था, जहाँ उनका धर्मांतरण कराकर मुस्लिम युवकों से निकाह कराया जाता था। उत्तराखंड में सख्त धर्मांतरण कानून और यूसीसी लागू होने के कारण गिरोह पीड़िता को दिल्ली बुलाता था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि पाकिस्तानी मौलवी तनवीर अहमद जूम ऐप के माध्यम से इन युवतियों को कुरान की शिक्षा देता था। पीड़िताएं “रिवर्ट टू इस्लाम” जैसे कई ग्रुपों में शामिल होकर पाकिस्तान, इजिप्ट, यूके और अन्य मुस्लिम देशों के लोगों के संपर्क में आईं, जिन्होंने उन्हें इस्लाम के प्रचार में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। पैसों के लेन-देन में दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी ताहसीन और देहरादून के सुलेमान का भी नाम सामने आया है, जिन्होंने अवैध रूप से धन भेजने में मदद की।
इस मामले में अब तक अबू तालिब, अब्दुल रहमान, अब्दुल रहीम, अब्दुल्ला, अब्दुर रहमान और आयशा उर्फ कृष्णा सहित कई अभियुक्तों को आगरा पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जिन्हें देहरादून पुलिस वारंट बी प्राप्त कर देहरादून लाएगी। अयान और सुलेमान की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर कार्रवाई की जा रही है।
देहरादून पुलिस “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत अपना धर्म और पहचान छिपाकर महिलाओं को धोखा देने वाले व्यक्तियों को लगातार चिन्हित कर उन पर कार्रवाई कर रही है।
