सीएम धामी का 4 साल महिला उत्थान और सशक्तिकरण के लिए बेमिसालः आशा नौटियाल

देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने का 4 साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है भाजपा महिला मोर्चे ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 4 साल के शासनकाल को ऐतिहासिक बेमिसाल लोक कल्याणकारी और समग्र विकास का एक नया अध्याय बताया है।  भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशा  नौटियाल का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 4 जुलाई 2021 को जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर पदभार ग्रहण किया था। तब से निरंतर महिलाओं के उत्थान की दिशा में ऐतिहासिक फैसले किए हैं। उनका कहना है कि  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का शासन काल नारीशक्ति के लिए बेमिसाल रहा है प्रदेश में महिलाओं के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दर्जनों योजनाओं की शुरुआत की। प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए लखपति दीदी योजना की शुरुआत की, यह योजना महिलाओं  को आर्थिक तौर पर स्वावलंबी बनाने के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है उनका कहना है कि 30 फीसदी सरकारी नौकरियों में क्षैतिज आरक्षण आरक्षण दिया है ।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरुआत की है जिससे महिलाएं आर्थिक तौर पर सशक्त बन रही है भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल का कहना है कि  स्वयं सहायता समूह को आर्थिक मदद, गौरा देवी कन्या योजना ,सहकारिता में महिलाओं के लिए आरक्षण, महिला सारथी योजना, मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना ,एकल महिला रोजगार योजना ,जल सखी योजना के साथ  यूसीसी और कई बड़ी योजनाओं की शुरुआत की।  महिलाओं के उत्थान के लिए वन स्टाफ केंद्र की स्थापना की गई प्रदेश में एकल रहने वाली महिलाओं के साथ कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल का इंतजाम किया गया।
उत्तराखंड सरकार महिला उत्थान की दिशा में निरंतर सशक्त कदम उठा रही है इससे उत्तराखंड की महिलाओं का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिलाओं के स्वाभिमान सम्मान और आर्थिक मजबूती हेतु बहुत ही बड़े-बड़े कदम उठाए हैं। जिसका लाभ शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को मिल रहा है । उनके जीवन स्तर में सुधार आ रहा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 4 साल के कार्यकाल पूरा होने पर भाजपा महिला  मोर्चे के अध्यक्ष आशा नौटियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी है और उनके कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड के विकास की कामना की है। बता दें प्रदेश की एकल महिलाओं को रोजगार के लिए दो-दो लाख सरकार उपलब्ध कराएगी जिसमें 75 फीसदी सब्सिडी होगी।उत्तराखंड में 67  हजार स्वयं सहायता समूह है  जिसमें 5 लाख 60 हजार महिलाएं कार्यरत है, जबकि 1 लाख 63 हजार महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी है सरकार का लक्ष्य है अधिक से अधिक महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाए।

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