देहरादून । मानसून की पहली ही बारिश में हुए नुकसान को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सोमवार को सरकार के आपदा प्रबंधन सिस्टम पर गंभीर सवाल उठाए। कहा कि पूरे आपदा प्रबंधन की पोल पहली ही बारिश ने एक झटके में खोल दी है। कहा कि सरकार की कोई भी तैयार नहीं है। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकतर अहम पद खाली पड़े हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बारिश, आपदा से निपटने के सरकार के दावे पूरी तरह कागजी और हवा हवाई हैं। जमीन पर राज्य भर में सरकार आपदा प्रबंधन करने में पूरी तरह असफल है। प्रदेश में पहली बारिश में ही पूरे प्रदेश में जगह जगह भू-धंसाव से नुकसान हुआ है। घरों, पेयजल लाइनों, सड़कों को नुकसान पहुंचा है। भूस्खलन से सड़कें बंद हैं। आम जनता पहले ही पिछले साल आई आपदा से सड़क, पुलों को पहुंचे नुकसान से परेशान है। अभी तक इनकी मरम्मत भी नहीं हो पाई है। कहा कि सरकार दावे कर रही है कि आपदा प्रबंधन विभाग बनाने वाला उत्तराखंड देश में एकमात्र राज्य है। जबकि हकीकत ये है कि विभाग में अधिशासी अधिकारी समेत अन्य अहम अफसरों ने इस्तीफा दे रखा है। जिलों में भी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी सहित सभी कर्मचारी संविदा पर हैं। कहा कि इस बार मौसम विभाग भारी बारिश की संभावना जता रहा है। ऐसे में बिना तैयारियों के स्वाभाविक आपदाओं की स्थिति में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना, राहत सामग्री पहुंचाना सरकार के सामने बड़ी चुनौती होगी।