देहरादून। प्रदेश की राजधानी देहरादून के मांडुवाला स्थित नशा मुक्ति केंद्र में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। केंद्र संचालक पर गलत दवा देने का आरोप है। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। बताया यह भी जा रहा है कि दो दिन पूर्व उसका नशा मुक्ति केन्द्र में कुछ युवकों के साथ किसी बात को लेकर झगडा हुआ था। जिसके बाद उन युवकों ने मृतक पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस के मुताबिक मांडुवाला में कर्मा नशामुक्ति केंद्र है।
यहां यूपी से एक अधेड़ नशा छुड़वाने के लिए आया था। इसके बाद वह अपने घर वापस चला गया। 10-12 दिन पहले ही वह दोबारा नशामुक्ति केंद्र पहुंचा। गुरुवार सुबह केंद्र में तैनात कर्मियों ने उसे दवा दी, जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई और कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर प्रेमनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान अजय कुमार पुत्र बलजीत सिंह निवासी मकान नंबर 454 ग्राम जाहिदपुर हापुड़ रोड मेरठ उत्तर प्रदेश उम्र 52 वर्ष के रूप में हुई है।
अजय कुमार आठ अप्रैल को मांडुवाला स्थित नशा मुक्ति केंद्र कर्मा वेलफेयर सोसाइटी में भर्ती हुआ था। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधेड की हत्या की गयी है। हत्या की इस वारदात को नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती पंजाब निवासी दो युवकों ने अंजाम दिया है। जिन्होने चम्मच से गोद कर अजय की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मृतक अजय को उसके परिजनों द्वारा बीते 8 अप्रैल को ही नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया गया था। पुलिस अब नशा मुक्ति केन्द्र संचालक से पूछताछ कर रही है।
वहीं सूंत्रो का कहना है कि दो दिन पहले मृतक अजय का आरोपियों से झगड़ा हुआ था जिसमें अजय द्वारा आरोपियों को गाली दी गयी थी। जिससे गुस्साये आरोपियो ने हत्या की इस वारदात को अंजाम दे डाला है। बहरहाल पुलिस अब मौत के कारणों की जांच में जुटी हुई है। गौरतलब है कि देहरादून के नशा मुक्ति केंद्रों को लेकर पूर्व में भी कई गंभीर आरोप और घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
जिनमें चंद्रबनी स्थित अराध्या फाउंडेशन में 24 वर्षीय सिद्धार्थ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शिमला बाइपास पर स्थित नई जिंदगी नशा मुक्ति केंद्र में सहारनपुर निवासी मुवाद अली की संदिग्ध स्थिति में मौत।. नेहरू कॉलोनी में लाइफ केयर फाउंडेशन रिहैब सेंटर में एक युवक की मौत के बाद संचालक समेत पांच लोगों के खिलाफ मारपीट और हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।लगातार घटनाओं के बाद सवाल उठ रहे हैं कि नशा मुक्ति केंद्रों की निगरानी और संचालन में कितनी लापरवाही बरती जा रही है।