देहरादून । चारों धामों में दर्शन करने को यात्रियों की दैनिक निर्धारित सीमा को समाप्त कर दिया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चार दिन पहले ही इसके निर्देश जारी किए थे। इन निर्देशों पर कमिश्नर गढ़वाल, अध्यक्ष चार धाम यात्रा प्रशासन की ओर से आदेश जारी किए गए। सरकार की ओर से यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऋषिकेश और हरिद्वार में चारों धामों के दर्शन को सीमा निर्धारित की गई। इसी सीमा को समाप्त करने का निर्णय लिया गया। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया है कि वर्तमान में चारों धामों में भीड़ सामान्य हो गई है। इस पर मुख्यमंत्री की ओर से जनहित में यह निर्णय लिया गया है। यात्रियों की सुविधा को ऋषिकेश और हरिद्वार में चारों धामों के दर्शन को जो कोटा निर्धारित किया गया था, उसे समाप्त कर दिया गया। अब यात्री ऋषिकेश और हरिद्वार के पंजीकरण काउंटर में स्वंय भौतिक रूप से उपस्थित होकर चारों धाम या दो धाम का सीधे पंजीकरण कराया जा सकता है। यह आदेश चारों धामों में आने वाले यात्रियों की सुविधा को तत्काल प्रभाव से लागू कर दियाा गया है।
डेढ़ गुना अधिक पहुंचे श्रद्धालु: गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल चार धाम यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। पिछले साल चार धाम यात्रा शुरू होने के एक महीने में 1235517 श्रद्धालुओं ने धामों में दर्शन किए थे। इस साल 1964912 श्रद्धालुओं ने ही चारों धामों के दर्शन किए हैं। जो पिछले साल की तुलना में इस साल डेढ़ गुना अधिक है।